नेता पुत्र जो डूब गए और जो तिनके का सहारा खोज रहे #EP2290 #aapkaakhbar #pradeepsinghanalysis

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नेता पुत्र जो डूब गए और जो तिनके का सहारा खोज रहे #EP2290 #aapkaakhbar #pradeepsinghanalysis


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नेता पुत्र जो डूब गए और जो तिनके का सहारा खोज रहे…

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24 Comments

  1. भारतीय राजनीति में परिवारवाद अभीतक खूब फला फूला है. भ्रष्ट पारिवारिक राजनीति भारत को ले डूबी है. जनता को चाहिए कि ऐसी पार्टी और ऐसे नेताओं से बचना चाहिये.

  2. प्रदीप जी आप के विचारो से 1000% सहमत हूं। आप एक बडे नपे तुले सटीक और स॔यमी विचार रखते हैं। आप कुछ पत्रकारो की तरह स॔यम नही खोते हैं। देश को आप जैसे पत्रकारों की जरूरत है और सुनना चाहिए।

  3. बाला साहेब ठाकरे दमदार नेता थे, उध्दव बिना कुछ किए उनके पद चिन्हों पर मौज लेने की सोच रहा था, आदित्य तो एकदम बेवकूफ। तीसरी पीढी पैसे के दम पर कुछ दिन टिक तो सकती है पर केवल बर्बादी के अलावा कुछ नही करेगी। किसी भी वंशवाद की तीसरी पीढी अगर संघर्ष नही करेगी तो दर दर तक ठोकरे खाने पर मजबूर ही होगी, भूखे मरेंगे या जनता के लिए बर्बादी करेंगे।

  4. नेता पुत्रों के पिता माता के खत्म होने के बाद ही उनका असली व्यक्तित्व सामने आएगा। लालू के मरने पर तेजस्वी की असलियत सामने आएगी। आखिलेश, सुखबीर, आदित्य, महबूबा तो बेकार निकले। चिराग, ओमार, स्टालिन शायद कुछ कर पांए। बाकी सब का भविष्य अंधकार पूर्ण हैं। वंशवाद बिल्कुल बेकार बना देती है इनको जमीन से जुडने की क्षमता खत्म कर देती है। पिता की सत्ता और पैसा इनको जनता से अलग थलग कर देती है।

  5. कहा खत्म हुआ है जी
    भारतीय जनता-जनार्दन लालच मे परिवार वाद पार्टी या जिन्दा है 😂